

7 अक्टूबर 2023 – इस दिन से शुरू हुआ एक ऐसा युद्ध, जिसने इंसानियत को झकझोर कर रख दिया।
इस्राइल और हमास के बीच छिड़ी इस जंग में अब तक 55,000 से ज़्यादा फिलिस्तीनी नागरिकों की जान जा चुकी है, जिनमें मासूम बच्चे, बेबस महिलाएं, और निर्दोष बुज़ुर्ग भी शामिल हैं।
हर दिन गिरते बम, हर रात उठता धुआं… और हर मलबे के नीचे दबी एक नई कहानी – जिंदा लाशों की।
Israel Bombs on Gaza School: इस्राइल का ग़ाज़ा में नरसंहार जारी, स्कूल पर बमबारी में 25 लोग ज़िंदा जलकर मरे
ग़ाज़ा में इस्राइल का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। 26 मई को इस्राइल ने ग़ाज़ा में कई जगहों पर हवाई हमले किए, जिनमें एक स्कूल को भी निशाना बनाया गया।
इस हमले में 25 लोगों की ज़िंदा जलकर दर्दनाक मौत हो गई, क्योंकि बमबारी के बाद स्कूल में भयंकर आग लग गई थी।
अल जज़ीरा की रिपोर्ट के अनुसार, यह स्कूल एक शिशूद्यान था जिसे शरणार्थी शिविर के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा था।
मारे गए लोगों में रेड क्रॉस के दो कर्मचारी, एक पत्रकार और कई मासूम बच्चे शामिल हैं।
इस हमले में ग़ाज़ा का सबसे युवा सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर — याकीन हम्मद (उम्र 11 साल) की भी मौत हो गई है।
🌍 अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया:

इस भयावह हमले के बाद, स्पेन ने दुनिया भर के देशों से इस्राइल पर कड़े प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
🩸 इससे पहले की दर्दनाक घटना:
महज तीन दिन पहले (23 मई) ग़ाज़ा के खान यूनिस इलाके में हुए हमले में
महिला डॉक्टर अल-नज्जर के 9 बच्चों की मौत हो गई थी, जबकि एक बेटा गंभीर रूप से घायल हुआ है।
स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इन बच्चों की उम्र 7 महीने से लेकर 12 साल तक थी।
इस हमले में डॉक्टर का पति भी गंभीर रूप से घायल हुआ है।
💣 इस्राइली सेना की कार्रवाई:

इस्राइली सेना के अनुसार, 14 से 20 मई के बीच ग़ाज़ा में बड़े स्तर पर अभियान चलाया गया, जिसमें
हमास के 670 से अधिक ठिकानों को निशाना बनाया गया और इस दौरान करीब 512 फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हुई।
इस्राइल ने ग़ाज़ा के 77% हिस्से पर कब्ज़ा कर लिया
इस्राइल ने अब तक ग़ाज़ा पट्टी के 77 प्रतिशत हिस्से पर नियंत्रण हासिल कर लिया है।
अल जज़ीरा की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को ग़ाज़ा के सरकारी मीडिया कार्यालय ने यह दावा किया है।
इस्राइल पर नरसंहार का आरोप लगाते हुए, ग़ाज़ा प्रशासन ने संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।
जारी किए गए बयान में कहा गया है कि इस्राइली सेना ने बफर ज़ोन, सुरक्षा कॉरिडोर और भारी गोलीबारी के ज़रिए
ग़ाज़ा के उत्तर और दक्षिण हिस्सों पर कब्ज़ा जमा लिया है।
नेत्ज़रिम कॉरिडोर पर इस्राइल का नियंत्रण
ग़ाज़ा के मीडिया कार्यालय ने बताया है कि इस्राइल ने नेत्ज़रिम कॉरिडोर के माध्यम से ग़ाज़ा को दो भागों में विभाजित कर दिया है, जिससे फिलिस्तीनी नागरिकों की आवाजाही लगभग नामुमकिन हो गई है।
कार्यालय के अनुसार, इस्राइल ने रफाह और ग़ाज़ा सिटी जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों को ‘नो-गो ज़ोन’ घोषित कर दिया है, जिससे लाखों लोग विस्थापित हो चुके हैं।
नेत्ज़रिम कॉरिडोर ग़ाज़ा को दो हिस्सों में बांटता है।
इस साल की शुरुआत में, जब इस्राइल और हमास के बीच युद्धबंदी का समझौता हुआ था, तब इस्राइल ने इस कॉरिडोर को छोड़ दिया था।
लेकिन कुछ ही समय बाद, इस्राइल ने फिर से युद्ध छेड़ दिया और फिर से इस कॉरिडोर पर कब्जा कर लिया।
ग़ाज़ा में 70% इमारतें तबाह
ग़ाज़ा के मीडिया कार्यालय ने इस्राइल पर ग़ाज़ा पट्टी की फिलिस्तीनी आबादी को जबरन खाली कराने की साजिश रचने का आरोप लगाया है।
कार्यालय का कहना है कि इस्राइली सेना ज़बरदस्ती बेदखल कर रही है, बमबारी कर रही है और राहत सामग्री रोक रही है, जिससे ग़ाज़ा का व्यापक विनाश हो रहा है।
यह नरसंहार और जातीय सफ़ाई की कार्रवाई है।
कार्यालय ने दावा किया है कि ग़ाज़ा की 70 प्रतिशत से अधिक नागरिक बुनियादी ढांचा नष्ट हो चुका है और करीब 19 लाख लोग (जो कुल आबादी का 85%) अपने घरों से बेघर हो गए हैं।
हमास नष्ट होने तक हमले जारी रहेंगे
इस्राइली अधिकारियों ने कहा है कि उनके हमले आतंकवादी संगठन हमास को नष्ट करने के लिए हैं।
इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हाल ही में घोषणा की है कि ग़ाज़ा में सैन्य कार्रवाई तब तक जारी रहेगी जब तक हमास पूरी तरह नष्ट नहीं हो जाता।
उन्होंने यह भी कहा कि युद्ध के बाद, ग़ाज़ा इस्राइली सेना (IDF) के पूर्ण नियंत्रण में रहेगा और राहत कार्य भी इस्राइली निगरानी में होगा।
पिछले एक हफ्ते में 500 से अधिक लोगों की मौत
इस्राइल ने ग़ाज़ा पट्टी में हमास के खिलाफ अपनी सैन्य कार्रवाई और तेज़ कर दी है, जिससे मानवीय संकट और भी गहरा गया है।
शनिवार और रविवार को हुए इस्राइली हवाई हमलों में कम से कम 182 फिलिस्तीनी, जिनमें बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं, मारे गए।
इस्राइली सैन्य हमलों में पिछले एक हफ्ते में 500 से अधिक लोग मारे गए हैं।
युद्धबंदी का उल्लंघन:
19 जनवरी 2025 को इस्राइल ने युद्धबंदी तोड़ी।
तब से अब तक ग़ाज़ा में 2,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।
इस्राइल-हमास युद्ध का संक्षिप्त परिचय:

7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुए इस्राइल-हमास युद्ध में अब तक 55,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, जिनमें हजारों बच्चे, महिलाएं और बुज़ुर्ग शामिल हैं।